देश को कैशलेस इकॉनामी की ओर बढ़ाने में आज पेटीएम काफी हेल्पफुल साबित हो रहा है। जब से नोटबंदी हुई है तब से देश में बड़े स्तर पर इस डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम के कस्टमर बढ़ गए हैं। हालांकि हाल ही में कुछ ऐसी घटनाएं भी हुई हैं जिससे जरा सी लापरवाही से इसकी सुरक्षा खतरे में दिखी है। ऐसे में अगर आप भी पेटीएम या ऑनलाइन ई-ट्रांजैक्शन कर रहे हैं तो यहां दी गई ये चार बाते जरूर पढ़ लें, वरना आपका एकाउंट कभी भी खाली हो सकता है...
ओटीपी को हमेशा गोपनीय रखें:
हाल ही में पेटीएम की सिक्योरिटी में ओटीपी की लापरवाही से जुड़ा मामला सामने आया है। शाहदरा इलाके में लोकेश जैन पेटीएम से अपने बिजली के बिल का भुगतान कर रहे थे। इस दौरान जब उनसे ओटीपी यानी कि वन टाइम पासवर्ड मांगा गया तो वह उसे काफी तेजी से बोले। जिसके बाद देखते ही देखते उनके खाते से करीब 17,560 रुपये निकल गए। फिलहाल इस मामले की जांच हो रही है। ऐसे में आप भी पेटीएम यूजर हैं तो आपको एलर्ट होना जरूरी है। ध्यान रखें कि गलती से भी अपना ओटीपी किसी से भी श्ोयर न करें। पेटीएम के ओटीपी को अपने मन में याद रखें। हर किसी को बताने पर आप मुसीबत में आ सकते हैं। बतादें कि पेटीएम ही क्या किसी भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल या फिर ऑनलाइन में आने वाले ओटीपी को हमेशा गोपनीय रखें।
फोन लॉक रखें किसी को न दें:
ऐसा ही एक और मामला फल विक्रेता के साथ हुआ है। एक ग्राहक ने करीब 20,000 रुपये के फल पैक कराए। जिस पर कस्टमर ने फल विक्रेता से कहा कि उसके पास पूरे पैसे नहीं तो क्या वह पेटीएम से पैसे लेगा। जिस पर उसने हां कर दी। इसके बाद ग्राहक ने उसका मोबाइल लेकर पैसे खुद के एकाउंट में ले लिए और दुकानदार को मैसेज भी दिखा दिया। दुकानदार अपने साथ हुए फ्रॉड से अंजान था। उसे जब शाम को यह हकीकत पता चली तो परेशान हो गया। पीड़ित फल विक्रेता ने हाल ही में पेटीएम का इस्तेमाल करना शुरू किया था। ऐसे में ध्यान रखें कि अपना मोबाइल किसी के हाथ में न दें। खुद पीएम मोदी कह रहे हैं कि आज मोबाइल ही बैंक है। जिससे कोशिश करें कि इसे अपने पास ही रखें किसी के हाथों में अपना बैंक न सौपें। मोबाइल फिंगर टच वाला या फिर आइरिस वाला रखने की कोशिश करें। मोबाइल में हमेशा पासवर्ड डाल कर रखें। जरा सी लापरवाही आपको नुकसान में डाल सकती है।
हाल ही में पेटीएम की सिक्योरिटी में ओटीपी की लापरवाही से जुड़ा मामला सामने आया है। शाहदरा इलाके में लोकेश जैन पेटीएम से अपने बिजली के बिल का भुगतान कर रहे थे। इस दौरान जब उनसे ओटीपी यानी कि वन टाइम पासवर्ड मांगा गया तो वह उसे काफी तेजी से बोले। जिसके बाद देखते ही देखते उनके खाते से करीब 17,560 रुपये निकल गए। फिलहाल इस मामले की जांच हो रही है। ऐसे में आप भी पेटीएम यूजर हैं तो आपको एलर्ट होना जरूरी है। ध्यान रखें कि गलती से भी अपना ओटीपी किसी से भी श्ोयर न करें। पेटीएम के ओटीपी को अपने मन में याद रखें। हर किसी को बताने पर आप मुसीबत में आ सकते हैं। बतादें कि पेटीएम ही क्या किसी भी डेबिट या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल या फिर ऑनलाइन में आने वाले ओटीपी को हमेशा गोपनीय रखें।
फोन लॉक रखें किसी को न दें:
ऐसा ही एक और मामला फल विक्रेता के साथ हुआ है। एक ग्राहक ने करीब 20,000 रुपये के फल पैक कराए। जिस पर कस्टमर ने फल विक्रेता से कहा कि उसके पास पूरे पैसे नहीं तो क्या वह पेटीएम से पैसे लेगा। जिस पर उसने हां कर दी। इसके बाद ग्राहक ने उसका मोबाइल लेकर पैसे खुद के एकाउंट में ले लिए और दुकानदार को मैसेज भी दिखा दिया। दुकानदार अपने साथ हुए फ्रॉड से अंजान था। उसे जब शाम को यह हकीकत पता चली तो परेशान हो गया। पीड़ित फल विक्रेता ने हाल ही में पेटीएम का इस्तेमाल करना शुरू किया था। ऐसे में ध्यान रखें कि अपना मोबाइल किसी के हाथ में न दें। खुद पीएम मोदी कह रहे हैं कि आज मोबाइल ही बैंक है। जिससे कोशिश करें कि इसे अपने पास ही रखें किसी के हाथों में अपना बैंक न सौपें। मोबाइल फिंगर टच वाला या फिर आइरिस वाला रखने की कोशिश करें। मोबाइल में हमेशा पासवर्ड डाल कर रखें। जरा सी लापरवाही आपको नुकसान में डाल सकती है।
सिम को लेकर रहें एलर्ट:
पेटीएम यूजर्स सिम को लेकर एलर्ट रहें। सिम में नेटवर्क की प्रॉब्लम होने पर आउट गोइंग और इनकमिंग कुछ मिनटों के लिए बंद होती हैं, लेकिन अगर ज्यादा देर के लिए बंद होती है तो तुरंत कस्टमर केयर में कॉल करें। हो सकता आपका सिम किसी ने हैक कर लिया हो। आज लोग दूसरे के सिम को ईश्यू कराकर उकसे बैंक एकाउंट व पेटीएम आदि की जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके पीछे वजह ये है कि सिम 3 तीन दिन बाद बंद होते हैं जब तक हैकर्स काफी काम निपटा लेते हैं। ध्यान रखें अगर आपको ये कहा जाता है कि आपका नंबर खो गया है तो उस पर तुरंत रिएक्ट करें। कंपनी से पूछें कि आपका नंबर क्यों बंद है। वहीं गलती से भी अपना सिम भी जल्दी किसी और के मोबाइल में न लगाएं क्यों कि आपको नहीं पता होगा कि उस फोन की ट्रैकिंग कैसी है। आपकी तमाम डिटेल उसके मोबाइल में सेव हो सकती हैं।
पेटीएम यूजर्स सिम को लेकर एलर्ट रहें। सिम में नेटवर्क की प्रॉब्लम होने पर आउट गोइंग और इनकमिंग कुछ मिनटों के लिए बंद होती हैं, लेकिन अगर ज्यादा देर के लिए बंद होती है तो तुरंत कस्टमर केयर में कॉल करें। हो सकता आपका सिम किसी ने हैक कर लिया हो। आज लोग दूसरे के सिम को ईश्यू कराकर उकसे बैंक एकाउंट व पेटीएम आदि की जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके पीछे वजह ये है कि सिम 3 तीन दिन बाद बंद होते हैं जब तक हैकर्स काफी काम निपटा लेते हैं। ध्यान रखें अगर आपको ये कहा जाता है कि आपका नंबर खो गया है तो उस पर तुरंत रिएक्ट करें। कंपनी से पूछें कि आपका नंबर क्यों बंद है। वहीं गलती से भी अपना सिम भी जल्दी किसी और के मोबाइल में न लगाएं क्यों कि आपको नहीं पता होगा कि उस फोन की ट्रैकिंग कैसी है। आपकी तमाम डिटेल उसके मोबाइल में सेव हो सकती हैं।
पिन नंबर बदलते रहें:
इस साल ए.टी.एम. तथा डैबिट कार्ड से जुड़े फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। ऐसे में ऑनलाइन ई-ट्रांजैक्शन में कोशिश करें कि किसी को भी अपनी एकाउंट की सीक्रेसी न बताएं। ऑनलाइन पेमेंट के लिए अपनी क्रेडिट लिमिट छोटी रखें। जिससे कि कोई अगर फ्रॉड भी करे तो ज्यादा नुकसान न हो।
वहीं होटल व पेट्रोल पंपों में कार्ड को अपने सामने ही स्वाइप करें। कोशिश करें कि पिन नंबर ज्यादा इजी न बनाए। उसे समय-समय पर बदलते रहें। हमेशा एस.एम.एस. अलर्ट की सुविधा चालू रखें। जिससे कि हर ट्रांजैक्शन पर मैसेज आता रहे।
इस साल ए.टी.एम. तथा डैबिट कार्ड से जुड़े फ्रॉड के मामले बढ़े हैं। ऐसे में ऑनलाइन ई-ट्रांजैक्शन में कोशिश करें कि किसी को भी अपनी एकाउंट की सीक्रेसी न बताएं। ऑनलाइन पेमेंट के लिए अपनी क्रेडिट लिमिट छोटी रखें। जिससे कि कोई अगर फ्रॉड भी करे तो ज्यादा नुकसान न हो।
वहीं होटल व पेट्रोल पंपों में कार्ड को अपने सामने ही स्वाइप करें। कोशिश करें कि पिन नंबर ज्यादा इजी न बनाए। उसे समय-समय पर बदलते रहें। हमेशा एस.एम.एस. अलर्ट की सुविधा चालू रखें। जिससे कि हर ट्रांजैक्शन पर मैसेज आता रहे।
![]() |
Add caption |
No comments:
Post a Comment